इस आवाज़ का असर मुझ पर तो कुछ अजब सा होता है ..... आप पर ?
"शब की तन्हाई में इक बार सुन के देखा था
उस की आवाज़ का असर वो था, कि अब तक है..."
'राह देखा करेगा सदियों तक छोड़ जाएँगे ये जहाँ तन्हा’ : मीना कुमारी की याद
में
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मीना आपा के भीतर कोई चंचल-शोख़ और मन की उड़ान भरती कोई बेफिक्र लड़की रही
होगी...शायद कभी...क्या पता।
पर उनके जीवन पर उदासी का ग्रहण इतना गहरा था कि व...
2 years ago
9 comments:
हम पर भी असर कुछ
अजब-सा हुआ......शुक्रिया.
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डॉ.चन्द्रकुमार जैन
बहुत प्यारा गीत है। आभार।
मीत साहेब इस बंजारन सी आवाज का जो मुरीद ना हो समझो वो पत्थर है....सदियों में ऐसी आवाज सुनी देती है...आभार आप का सुनवाने के लिए.
नीरज
(इसी धुन पर जगजीत सिंह ने भी गया है ना...कोई दोस्त है ना रकीब है...)
shukriya......neeraj ji ki baat se ittifaq rakhta hun....
मीत साहब, थोड़ा आगा-पीछा तो दे देते? हम बच्चे इतना ज्ञान नहीं रखते। किसने गाया है? आबिदा परवीन?
भाई महेन
आवाज़ रेशमा की है. कुछेक डिटेल्स चाहिये हों तो यहां जाएं:
http://kabaadkhaana.blogspot.com/2008/06/blog-post_19.html
बहुत ही सुन्दर रचना है.
shukriya...ham bhi is reshmi aawaz ke mureed hain.
ati sundar!!
verry good
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