आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष रचना को आदर प्रदान करने हेतु हमने इसे आज के (दिनांक २५ अप्रैल २०१३, बृहस्पतिवार) ब्लॉग बुलेटिन - डर लगता है पर स्थान दिया है | बहुत बहुत बधाई |
हिमालय और लालच की मशीन
-
अक्टूबर 1995 था. सबीने और मैं पिछले तीन-चार महीनों से मध्य हिमालय की
सुदूरतम घाटियों की धूल छानते भटक रहे थे. धारचूला की व्यांस, दारमा और चौंदास
घाटियों के...
आज विश्व रेडियो दिवस है.
-
हम रेडियो में नहीं रहे हैं लेकिन रेडियो बचपन से हममें रहा है. पिताजी *श्री
नरहरि पटेल* को कर-सलाहकार से ज़्यादा रंगकर्मी,कवि और प्रसारणकर्ता के रूप में
जान...
5 comments:
सादर आमंत्रण,
आपका ब्लॉग 'हिंदी चिट्ठा संकलक' पर नहीं है,
कृपया इसे शामिल कीजिए - http://goo.gl/7mRhq
sunder sanyojan
आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष रचना को आदर प्रदान करने हेतु हमने इसे आज के (दिनांक २५ अप्रैल २०१३, बृहस्पतिवार) ब्लॉग बुलेटिन - डर लगता है पर स्थान दिया है | बहुत बहुत बधाई |
kya bat hai waaaah
kya bat hai waaaah
Post a Comment