'राह देखा करेगा सदियों तक छोड़ जाएँगे ये जहाँ तन्हा’ : मीना कुमारी की याद
में
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मीना आपा के भीतर कोई चंचल-शोख़ और मन की उड़ान भरती कोई बेफिक्र लड़की रही
होगी...शायद कभी...क्या पता।
पर उनके जीवन पर उदासी का ग्रहण इतना गहरा था कि व...
2 years ago
2 comments:
ऐसी दुर्लभ प्रस्तुति के लिए
आभार ...... !
कुछ मुश्किल शब्दों के अर्थ भी दे दिए जाएं नीचे ..तो मेरे जैसे लोग पूरा मज़ा ले पाएंगे !
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